बुधवार, 29 अगस्त 2018

Saini Sweet Home Jiliya

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शुक्रवार, 13 अप्रैल 2018

सैनी मिष्ठान्न भण्डार जिलिया

सैनी मिष्ठान्न भण्डार जिलिया प्रो श्री श्रवणराम सैनी हमारे यहाँ रसगुला मावा खुरमाणी चमचम सोहनपापडी ताज़ा व थोक में उचित मूल्य में दियें जाते है मोबाईल नंम्बर= श्री श्रवणराम 9982479596 श्याम सुन्दर 9549250215 भागचनद 9772099155 जीतू 9414744672 नोट :शादी व पार्टियों में आर्डर बुक किये जाते हैं? मैन बस स्टैंड जिलिया वाया- कुचामन सिटी( नागौर)

सोमवार, 9 अप्रैल 2018

अन्नूप मसाले

     अन्नूप मसाले


प्रो'धर्मेन्द्र सिंह 

 राजस्थान कि श्यान अन्नूप मसाले के साथ

  शुुद्ध मशीनों द्वारा फिल्टर कर तैयार किये गये मसाले 

                   अन्नूप मसाले

मंगलवार, 6 मार्च 2018

अन्नूप मसाला

                 Holi ka dhmal 

खाने में स्वाद बढाए अन्नूप मसाले

अन्नूप मिर्ची मसाला के साथ  अन्नूप लाईए ओर अपनों में 
                                  खो जाओ

 खाने में स्वाद  पाये अन्नू

वाह क्या स्वाद है ???

बुधवार, 24 जनवरी 2018

Shyam Saini jiliya : हिन्दी महिने केसे बनें

Shyam Saini jiliya : हिन्दी महिने केसे बनें: हिन्दी महिने केसे बनें त्ररता युग में राजा अर्जुन हुए थे तो एक दिन राजा अर्जुन ओर भगवान क्रष्ण एक जगह बढे बातें कर रहे थे तो राजा अर्जुन क...

बुधवार, 17 जनवरी 2018

हिन्दी महिने केसे बनें

हिन्दी महिने केसे बनें
त्ररता युग में राजा अर्जुन हुए थे तो एक दिन राजा अर्जुन ओर भगवान क्रष्ण एक जगह बढे बातें कर रहे थे तो राजा अर्जुन को भगवान क्रष्ण बोले कि आज मैने सपना देखा ???इसी तरह भगवान क्रष्ण ने चार पांच बार बोले
राजा अर्जुन ने कहा क्या देखा बताईये
तो भगवान क्रष्ण बोले कि एक पहाड़ को सुई आरपार हो रही हैं
तो राजा अर्जुन बोले यह तो कभी नहीं हो सकता
लेकिन भगवान क्रष्ण बोले एसा ही हुआ है इसकी परख करा सकते हैं? उतने में दासी बोलीं महाराज खाना तैयार होने वाला है स्नान कर लीजिये
फिर राजा अर्जुन ओर भगवान क्रष्ण स्नान करने के लिए नदी में जाते हैं वहां भगवान क्रष्ण बोले अर्जुन आज पानी में डुबकी लगाते हैं देखें पहले कोन निकला है एसा कहकर दोनों ने कपडे उतारे ओर डुबकी लगा दी
थोड़ी देर बाद राजा अर्जुन ने सोचा क्रष्ण निकल गए होगे
एसा सोचकर बाहर निकले तो उनका शरीर व कपडे  स्त्री के बन गयें वे जल्दी से नदी के बाहर निकल ओर कपड़े पहने
उतने में एक आदमी आया ओर बोला। कहा चलीं गई थी चलो घर चलतें हैं ऐसा कहकर स्त्री को ले गया दिन बीतते गए उनके ग्यारह लडके व एक लड़की हुई उनके नाम 1चैत2बैसाख3जेठ4आसाढ5सावन6भादो7आसिन8कातीक9अगहन10पौष11माघ12फागुन हुए